कैसे लाएँ परीक्षा में ज्यादा नंबर-A COMPLETE GUIDANCE

क्या आप जानते हैं कि , कोई Student काफी मेहनत करने के बावजूद कुछ खास नंबर नहीं ला पाता , तो कोई एक Planned Strategy के साथ बड़ी आसानी से HIGH SCORE करता जाता है और हमेशा टाॅपर के स्थान पर बना रहता है ।
चूँकि मैं भी अपनी पढ़ाई के क्षेत्र में हमेशा अव्वल रही हूँ और ये मैं आत्मप्रशंसा के लिए नहीं बल्कि इसलिए कह रही हूँ क्योंकि पिछले कुछ सालों से मैंने एक Strategy के साथ पढ़ाई की है , जो पहले-से ही मैंने तैयार करके रखी थी और अब उसे इस ब्लाॅग के जरिए आप लोगों से Share  रही हूँ ।
तो , मेरे हिसाब से एक विद्यार्थी की असली पढ़ाई चालू होती है 9th standard से 10th , 11th , 12th , graduation...etc. फिर भी बचपन की पढ़ाई की नींव मजबूत होना भी जरूरी है । लेकिन यदि कोई बचपन में अपनी पढ़ाई के प्रति गंभीर न रहा हो तो भी समय आने पर अपने आपको पुनः तैयार कर सकता है ।
    खैर , कल ही जब मेरे Exam खत्म हुए तो मैंने सोचा कि क्यों न जिस Strategy को मैं 10th  से अपना रही हूँ , उसे ADBHUTLIFE पर भी SHARE करूँ । HIGH SCORE करने की  Smart Strategy को मैंने अपनी 9th class में Toppers के interviews , exam format & timing वगैरह के analysis तैयार किया था जो experience के साथ और भी improve होती गई है । इसे मैं आज भी ( graduation level ) पर Use करती हूँ इसलिए मुझे विश्वास है इन तरीकों को आजमाने से कोई भी 80 % या उससे ज्यादा प्रतिशत तो जरूर पा सकता है ; जो इस प्रकार हैं -

परीक्षा में ज्यादा नंबर लाने के तरीके ,
STRATEGY FOR SCORING GOOD MARKS IN EXAMINATIONS

एक पूरे सत्र के लिए,हम इन्हें कुछ points के अंतर्गत समझ सकते हैं =>

[ A ] मुख्य तत्व/DIRECT FACTORS :
ये वे factors हैं जो हमारे Study Result से सीधे जुड़े होते हैं -

1. अध्ययन/STUDY : जो आपका अध्ययन क्षेत्र है या जिस standard में आप हैं उसका सत्र एक वर्ष या आधे वर्ष का हो सकता है । इस समय की गई पढ़ाई , Syllabus को विस्तार से जानने व समझने के लिए जरूरी होती है । इसके अंतर्गत ये Steps होते हैं :

Step(1) विषय-वस्तु का विश्लेषण करें/ANALYSE THE SYLLABUS :
सबसे पहले अपने SYLLABUS को ध्यान पूर्वक पढ़ें - कितने विषय हैं , कितनी units हैं , क्या topics हैं , कौन सा subject ज्यादा lengthy है आदि चीजें analyse करें और सारे विषयों पर important notes बनाते चलें ताकि Exam में वह काम आ सकें वैसे लंबी-चौड़ी लिखाई करना मुझे तो Time- consuming लगता है ।

Step(2) एक समय-सारणी बनाएँ और उसपर योजना बद्ध तरीके से पढ़ाई करें/PLAN & PREPARE A TIMETABLE :
अब , एक STUDY TIMETABLE तैयार करें , इसमें अपनी दिनचर्या के हिसाब से पढ़ाई का समय निश्चित करें - कब क्या करना है , किस subject को कितना टाइम देना है , कब तक सारे subject की सारी यूनिट्स पूरी कर सकते हैं , यदि मैथ्स है तो कुछ समय इसकी Practice के लिए देना बहुत जरूरी है ।
Overall , अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित करना होगा और एक निश्चित समय पढ़ाई को देना होगा ताकि हर subject परीक्षा तक अच्छे से तैयार हो जाए ।

Step(3) फिर से तैयार करें/REVISION :
वैसे तो हमेशा ही थोड़ा-थोड़ा Revision करते रहना चाहिए लेकिन परीक्षा नजदीक आने पर पूरे SYLLABUS को दोहराने का प्रयास करें ताकि हर subject के concepts clear हो जाएँ ।

2 . परीक्षा/EXAMS : सालभर हम जितनी भी पढ़ाई करते हैं इन्हीं Exams के लिए । अतः ये performance का समय होता है । आपने कितना पढ़ा है ये Exam में पता चलता है । इसलिए Exam Writing की भी खूब तैयारी कर लें जैसे =>

Step(1) परीक्षाओं में मिले समय के अनुसार योजना बनाएँ/PLAN ACCORDINGLY :
भले ही हमने पूरे सत्र खूब पढ़ाई की हो , परीक्षाओं में मिले Gap का समय हम सबके लिए काफी महत्वपूर्ण होता है । यदि पहले से सब पढ़ रखा है तो एक OverView जरूर ले लें और यदि कुछ रह गया था तो उसको पूरा कर लें । यदि ज्यादा दिन का Gap है तो पूरे SYLLABUS को Repeat कर सकते हैं और यदि कम Time है तो फिर पहले से तैयार किए गए Imp. Notes पढ़ लें ।

Step(2) पिछले वर्षों के प्रशन-पत्र निर्धारित समय में हल करें/SOLVE PREVIOUS YEAR QUESTION PAPER IN A GIVEN TIME:
Writing Speed बढ़ाने के लिए यह एक बहुत अच्छी Strategy होती है । दरअसल , होता क्या है कि हमें कई बार सारे Answer पता होते हैं लेकिन Exam में टाइम मैनेज न कर पाने के कारण बनते हुए प्रश्न भी छूट जाते हैं और हमारे Marks कम आते हैं । अतः यदि हम पहले ही इस Situation का सामना कर लेते हैं तो उसके अनुसार Plan करके , प्रत्येक प्रश्न के लिए निश्चित समय deter-mine कर सकते हैं जैसे - 3 घंटे में यदि 12 Questions Solve करने हैं तो 1 Question को मिलेगा 15 मिनट और इस तरह सभी प्रश्न सही समय पर पूरे हो जाएँगे ।

Step(3) सारे प्रश्न दिए गए समय तक पूरे कर लें और सर्वोत्तम प्रदर्शन करें/WRITE THE EXAM IN EXACT TIME & TRY TO GIVE YOUR BEST : Exam के 3 घंटों(इससे कम भी हो सकता है लेकिन ज्यादातर यही) का समय वह समय है जिसमें आपको खुद को साबित करना होता है । चाहे जितनी अच्छी तैयारी की हो पर यदि Performance अच्छी नहीं दी तो कोई मतलब नहीं निकलेगा । इसलिए पेपर खत्म करने में कभी जल्दबाजी मत करें । Question Paper अच्छी तरह से पढ़ें यदि कुछ न बन रहा हो तो घबराइए मत बल्कि आत्मविश्वास बनाए रखें । जो प्रश्न अच्छे से तैयार हों उन्हें पहले लिख लेना चाहिए फिर अंत में न बनने वाले प्रश्नों पर सोच सकते हैं क्योंकि यदि पहले ही उनको हल करने में Time लगा दिया तो बनते हुए प्रश्न रह जाएँगे । खैर , प्रश्न तो सारे ही attempt करना चाहिए ।

यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि , हम सारे प्रश्न सही समय पर तभी कर सकते हैं जब हमारा पूरा SYLLABUS अच्छे से तैयार हो , इससे जो भी प्रश्न आएगा हमसे बन जाएगा । यदि कोई भी टाॅपिक छूट गया है और उसीसे कोई प्रश्न आ गया तो वो नहीं बनेगा । कम से कम प्रत्येक यूनिट का Concept समझ ही लें इससे कुछ न कुछ Matter तो लिखने के लिए याद आ ही जाएगा ।
साथ ही , Guides , QBs , Sample paper आदि पर पूरा भरोसा करना ठीक नहीं होगा ।
तैयारी के लिए इन्हें जरूर पढ़िए ; ये चीजें 60-70 % तक contribute कर सकती हैं लेकिन ...हमें हमेशा 100% की ही तैयारी रखनी चाहिए ।

[ B ] पूरक तत्व/INDIRECT FACTORS :
ये वे महत्वपूर्ण तत्व हैं जो अप्रत्यक्ष तौर पर STUDY को प्रभावित करते हैं और जिन पर हमारा Exam Result निर्भर करता है -

1. एकाग्रता/CONCENTRATION :
किताब खुली रखी है , आँखें भी उस पर हैं लेकिन मन और ध्यान कहीं और है इसे कहते हैं Concentration Loss होना ; हर एक-दो लाइन पढ़ने के बाद हमें नींद आने लगती है जिससे पढाई में मन नहीं लगता । इससे बचें ! ऐसे - :

» पढ़ाई में रूचि जगाएँ , अपनी पसंद का कोर्स चुनें या उसी में interest लेने की कोशिश करें  ।
» पढ़ाई को बोझ समझकर या केवल PASS होने के लिए नहीं बल्कि कुछ सीखने और जानने के उद्देश्य से पढ़ें ।
» विषय-वस्तु को Imagine करें जैसे ये LIVE हो ।
» competition की भावना रखें ।
» लक्ष्य सामने हो , यदि आपके मन में ये लगन है कि इतना complete करना है और इतने marks पाना है तो बस आपका मन केवल पढ़ाई में ही लगा रहेगा ।
» भ्रामरी प्राणायाम और Meditation वगैरह करके भी एकाग्रता बढ़ाई जा सकती है ।

2 . समय-प्रबंधन/TIME MANAGEMENT:
यह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण चीज है । आप  दिनभर में कितना समय पढ़ाई के लिए देते हैं और कितना समय अन्य कार्यों के लिए ? लेकिन इसका मतलब बिल्कुल भी ये नहीं होना चाहिए कि हम पूरे दिन किताब लिए बैठे रहें ।
देखिए , 10 घंटे-18 घंटे जैसे चीजें मायने नहीं रखती , मतलब है तो पढ़ने से । थोड़ा पढ़ें मगर अच्छा पढ़ें । प्रत्येक दिन का अच्छे से task पूरा कर लेना ही पर्याप्त है । याद रखें -
Hard Work नहीं Smart Work करना है ।

3. समर्पण/DEDICATION :
कितनी लगन है , कितना जुनून है और कितना समर्पण है आपमें HIGH SCORE करने का , ये चीज भी थोड़ा महत्व रखती है । क्या दिया आपने पढ़ाई को ? क्या इसके लिए TV छोड़ी या फिर सोना कम किया । सोचिए जरूर !

4. उचित निर्णय/RIGHT-DECISION :
कई बार हमें STUDY से संबंधित छोटे-बड़े निर्णय लेने पड़ते हैं । जैसे > कौन-सा institute चुनें , कौन-सी कोचिंग ज्वाइन करें या कौन-सी बुक से पढ़ें । खैर , ये चीजें तो Accordingly हो ही जाती हैं ; बस यहाँ इतना ध्यान रखें कि कोचिंग वगैरह पर पूर्णतः निर्भर होना बिल्कुल गलत है । Do Self Study & Be Self Dependent क्योंकि ये आपके कॅरियर का सवाल है ।

 
5 . अन्य परिस्थितियाँ/OTHER CONTRIBUTING ELEMENTS:
Friends ! जिंदगी के विभिन्न पहलू हैं जो एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं और एक-दूसरे को प्रभावित भी करते हैं । हमारे जीवन के एक हिस्से में यदि कुछ होगा तो उसका असर अन्य पर भी होगा । अतः life में आने वाली situation के हिसाब से आशा-निराशा , Motivation-Demotivation लगा रहता है । कभी-कभी पढ़ाई के लिए समय मिल पाने में भी मुश्किल होती है परन्तु कुछ भी हो हमें अपने कर्तव्य अर्थात् पढ़ाई करने से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए ।

अंततः मेरी यह बात जरूर याद रखिए :
क्या जरूरी है परीक्षा में ज्यादा नंबर लाना ?

Marks या Number किसी भी इंसान की योग्यता का एकमात्र प्रमाण नहीं होते । ये तो केवल कुछ अंक हैं जो किसी और व्यक्ति ने अपने View से,केवल हमारी Answersheet  देखकर दिए हैं । इनका संबंध सिर्फ एक Particular Syllabus से है न कि हमारे पूरे अस्तित्व से अतः कभी भी सिर्फ Study के Result से अपने आप को मत आँकें ।

ऐसे से बहुत-से लोग हैं जिन्होंने पढ़ाई में औसत होते हुए भी बड़ी सफलताएँ हासिल की हैं । हर व्यक्ति की Choice different होती है और Talent भी , कोई Sport में , कोई Business में तो कोई Singing-Dancing आदि में अग्रणी होता है , STUDY और  EDUCATION का महत्व अपनी जगह है ।
So...Find Your Way !! और अब बताएँ कि आपको ये पोस्ट कैसी लगी ? ।।।

3 Comments

  1. Hello Ritika
    Hamne Aapke Blog se Ek Article Liya hai jise aapke name aur blog address ke sath pesh kiya hai.. aapka lekhan kafi behtar hai... Aap bhdaiya lekhan ke liye Badhai ki patra hai.

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  2. हमें आपकी​ पोस्ट बहुत पसंद आई।

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